लास एंजिल्स के इतिहास की सबसे भीषण आग

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अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत के लास एंजिल्स में लगी भीषण आग भयावह तबाही मचा रही है। आग लगने से अब तक कम से कम 10 लोगों की जान गई है। वहीं 10,000 से ज्यादा घर और इमारतें जलकर राख हो गई हैं। 07 जनवरी 2025 से को शुरू हुई ये आग कई इलाकों में अभी भी जल रही हैं। आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। स्थानीय अधिकारी लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहे है। आग लगने की वजह की जांच की जा रही है लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई सटीक जानकारी नहीं मिली है।

फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत महासागर के किनारे बसे पलिसेड्स इलाके में भारी तबाही हुई है। कई ऐतिहासिक इमारतें आग की भेंट चढ़ गईं। आग से 135 से 150 अरब अमेरिकी डालर के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। एक नई आग ‘केनेथ फायर’ 09 जनवरी शाम को सैन फर्नांडो वैली में शुरू हुई है, जिससे परेशानी बढ़ी है। यह एक स्कूल से सिर्फ 3.2 किलोमीटर दूर है, जो पहली आग से विस्थापित लोगों का आश्रय स्थल है। यह आग वेंचुरा काउंटी तक आई लेकिन दमकलकर्मियों ने इसे आगे फैलने से रोक दिया।

पहले कभी नहीं हुई ऐसी तबाही
कैलिफोर्निया में पहले भी आग लगती रहती थी, लेकिन इस बार तबाही का स्तर बहुत ज्यादा है। पलिसेड्स फायर लास एंजिल्स के इतिहास की सबसे विनाशकारी आग कहा जा रहा है। प्रशांत महासागर के किनारे बसे पलिसेड्स इलाके का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से तबाह हो गया है। समुद्र तट के पास के दर्जनों घर मलबे में तब्दील हो गए हैं। पड़ोसी शहर मालिबू में, समुद्र के किनारे के घरों की जगह सिर्फ काले पाम के पेड़ ही बचे हैं। कम से कम पांच चर्च, एक सिनेगाग, सात स्कूल, दो पुस्तकालय, दुकानें, बार, रेस्टोरेंट, बैंक और किराने की दुकानें जल गईं। 1920 के दशक के स्थानीय लैंडमार्क, विल रोजर्स वेस्टर्न रैंच हाउस और टोपंगा रैंच मोटल भी इस आग में जल गए।

सरकार ने अभी तक नुकसान का आंकड़ा या कितनी इमारतें जलीं, इसकी जानकारी नहीं दी है। मौसम का डेटा प्रदान करने वाली निजी कंपनी एक्यूवेदर ने गुरुवार को नुकसान का अनुमान 135 से 150 बिलियन डालर बताया है। दमकलकर्मियों ने गुरुवार को आग को फैलने से रोकने में अच्छी प्रगति की है लेकिन आग पर पूरी तरह काबू पाना अभी बाकी है। हालीवुड हिल्स में लगी आग को बुझा दिया गया है। बुधवार देर रात मनोरंजन उद्योग के केंद्र के पास लगी यह आग प्रसिद्ध हालीवुड बाउल कान्सर्ट स्थल के बहुत करीब पहुंच गई थी। लास एजिल्स की आग से प्रभावित इलाकों में कई मशहूर हस्तियां रहती हैं। अपना घर खोने वालों में बिली क्रिस्टल, मैंडी मूर और पेरिस हिल्टन शामिल हैं।

सबकुछ खाक हो चुका है
मलिबू पैसिफिक पलिसेड्स चौंबर आफ कामर्स की प्रमुख बारबरा ब्रुडरलिन ने ने बताया, ‘इस हफ्ते की शुरुआत में, तूफान जैसी हवाओं ने आग को और भड़का दिया। अभी तबाही के स्तर का अंदाजा लगाना मुश्किल है। बस इतना कह सकते हैं कि भारी तबाही हुई है। ऐसे भी इलाके हैं, जहां सब कुछ जलकर खाक हो गया है, लकड़ी का एक टुकड़ा भी नहीं बचा है, बस मिट्टी ही बची है।’

आग का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है और कम से कम छह जंगल इसमें धधक रहे हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने आग को बुझाने के लिए जारी कार्य की प्रगति पर नज़र रखने की वजह से इटली का दौरा रद्द कर दिया। ये राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए उनका आखिरी विदेश दौरा था।
आग को देखते हुए इस साल आस्कर के नामांकन को भी दो दिनों के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। पहले इसे 17 जनवरी को होना था लेकिन अब एकेडमी अवार्ड्स के नामांकन के बारे में 19 जनवरी को जानकारी सामने आएगी।

भीषण आग
जंगलों में 10 एकड़ के इलाके में लगी आग चंद घंटों के अंदर 2900 एकड़ के दायरे में फैल गई। शहर के ऊपर धुएं के गुबार जमने लगे हैं। ये आग 17,200 एकड़ में फैल गई है और कैलिफोर्निया के इतिहास में इसे सबसे विनाशकारी बताया जा रहा है। आग की वजह से यहाँ रहने वाले लगभग हर बाशिंदे पर ख़तरा मंडरा रहा है।

आग बुझाने में लगे दमकलकर्मियों को पानी की कमी के संकट से भी जूझना पड़ रहा है। लोगों से कहा गया है कि वे पानी बचाएं। आग बुझाने के लिए पानी के ज्यादा इस्तेमाल होने से लोगों को दैनिक ज़रूरत में मिलने वाले पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। लास एंजेलिस काउंटी और इसके 24 विभाग इस स्तर के आपदा के लिए तैयार नहीं थे। इनकी क्षमता महज़ एक या दो बड़ी आग की घटनाओं पर काबू पाने जितनी थी। अभी तक इस आग से एक हज़ार से अधिक ढांचे पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं।

क्यों धधक रहे हैं जंगल?
तेज़ हवाओं और बारिश न होना ही वे दो बड़े कारण हैं, जिनकी वजह से दक्षिणी कैलिफोर्निया आग की चपेट में है। हालांकि, जलवायु परिवर्तन भी परिस्थितियों को बदलने में अहम भूमिका निभा रहा है और इस तरह की भीषण आग लगने की आशंका को बढ़ा रहा है। कैलिफोर्निया में फिलहाल इतने नाज़ुक हालात इसलिए बने क्योंकि हालिया महीनों में यहां बारिश नहीं हुई। इसके बाद गर्मी भरे दिन रहे।

इस मौसम में अमूमन तेज़ हवाएं दक्षिणी कैलिफोर्निया में चलती हैं। इसे सैंटा ऐना विंड्स कहा जाता है। लेकिन शुष्क परिस्थितियों के साथ मिलकर ये ख़तरनाक आग लगने की आशंका को बढ़ा देती है। 60 से 70 मील प्रति घंटे (100-110 किलोमीटर) की रफ़्तार से चलने वाली ये शुष्क हवाएं दक्षिणी कैलिफोर्निया के अंदरूनी इलाक़ों से तटों की ओर बहती हैं। लेकिन एक दशक के बाद भी इस महीने में ख़तरनाक स्तर पर हवाएं चलीं।

इस हवा की वजह से ज़मीन शुष्क हो गई। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस आग की शुरुआत में तेज़ हवाएं चलेंगी और अंत में शुष्क हवाएं होंगी, इसका मतलब है कि ये आग कुछ और समय तक जारी रह सकती है। तेज़ हवाओं के कारण आग का दायरा भी फैल रहा है। इससे पहले जब आग के मामले आते थे तो अधिकांश पहाड़ी इलाक़ों में होते थे। लेकिन इस बार आग तेज़ी से नीचे घाटी की ओर और रिहायशी इलाकों तक फैल रही है।
कैलिफोर्निया ने लगभग दशक भर के सूखे से दो साल पहले ही निज़ात पाई है। इसके बाद हुई बारिश से पेड़-पौधे तेज़ी से बढ़े। हालांकि, ये आग तेज़ी से फैलने का भी एक बड़ा कारण बन गए हैं।

  •  देवराज सिंह चौहान